Sunday, July 17, 2011

महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बिफरी राहुल की कलावती

संसद में जिस ग्रामीण महिला कलावती की परेशानियों को राहुल गांधी ने सार्वजनिक किया था, उसी ने महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। कलावती का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार विदर्भ क्षेत्र की लगभग 4000 महिलाओं को पर्याप्त भूमि मुआवजा नहीं दे रही है। इससे इन महिलाओं को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कलावती ने यह आरोप भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह के सामने यवतमाल में लगाया। इस क्षेत्र को किसानों की आत्महत्या के मामलों के लिए जाना जाता है। राजनाथ सिंह इस इलाके में उन किसानों से मुलाकात के लिए आए हुए हैं, जो भूमि अधिग्रहण के लिए सरकार द्वारा दिए गए मुआवजे के भुगतान से खुश नहीं हैं। राजनाथ ने कहा कि राहुल गांधी यूपी में दौरे करने के बजाय यवतमाल का आकर यहां के किसानों और महिलाओं की हालत देखें। भाजपा ने किसानों से जबरन भूमि नहीं हथियाने, उन्हें उचित मुआवजा देने, विकसित क्षेत्र में कुछ हिस्सेदारी देने या मुनाफे में हिस्सेदारी, जमीन बेचने वाले किसानों को नौकरी और प्रभावित किसानों को सालाना कोष मुहैया कराने की मांग की है। भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कलावती यवतमाल जिले के वानी तहसील में राजनाथ सिंह से मुलाकात करने के लिए आई थी। उन्होंने कहा कि चूंकि उनके मामले को काफी प्रचार मिल गया था, इसलिए उन्हें मुआवजा मिल गया, लेकिन उन्हें तब तक खुशी नहीं होगी जब तक कमजोर तबके की 4000 विधवाओं और महिलाओं को उनका मुआवजा नहीं मिल जाता। सात बेटियों और दो बेटों की मां कलावती उस समय सुर्खियों में आई जब राहुल गांधी उनसे मिले और संसद में भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर बहस के बीच उन्होंने इस मामले को उठाया।

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